आज की उन्होने हमसे पहली बार बात,

देखें हमने उनके आखों के हालात,

मासूमियत भारी थी उनमें,

दिल ने कहा की होता काश,

पर अब चाहे हो ना हो साथ,

है आज एक अलग ही मुस्कान हमारे चेहरे पे,

क्योकि, की है उन्होने हमसे बात ||

 

Submitted By:

Tanmay Binjarika

iec2013038@iiita.ac.in

IIIT Allahabad

adminAbhivkyakti
आज की उन्होने हमसे पहली बार बात, देखें हमने उनके आखों के हालात, मासूमियत भारी थी उनमें, दिल ने कहा की होता काश, पर अब चाहे हो ना हो साथ, है आज एक अलग ही मुस्कान हमारे चेहरे पे, क्योकि, की है उन्होने हमसे बात ||   Submitted By: Tanmay Binjarika iec2013038@iiita.ac.in IIIT Allahabad