कई दर्द …
कत्ल करने का तजुर्बा तो यार का देखो …. मेरा कातिल भी है और रहनुबा भी बनता है…… आग...
तारो में
चालू तुम्हे साथ लेकर दूर कही तारो में… उड़ते हुए बदलो में तैरती बहारो में….. खुशियों की धूप जहाँ...
THE GERENT
Conquered the darkness, accompanies the brightness. Riding over from the horizon, glowing with hues of several visions. Clad in...
गम का रास्ता
अब क्या हुआ है ये क्या पता , मुझसे ही हूँ मैं लापता , ढूंढता फिर रहा फिर भी...
हिदायत-ऐ-ज़िन्दगी
बुलंदियों को पैमानों में न मापा करो हसरतों के गुबार बना के तापा करो, सियासत के ज़माने का कोई...