SAMARPAN

जिंदगी ये तेरी बस तेरी नही,
कोई तुझ से जुड़ा है शायद तुझे खबर नही.
मुस्काए जो मन तेरा तो बेवजह वो हसदे,
जिंदगी सवारने को तेरी जीवन समर्पित कर दे.

स्नेहल हाथ सदा तेरे सरपे फिराए,
चाहे आसमा की ऊचाइयां तू छू जाये.
मौन भाव में सब कुछ तुझे बताये,
काँटों की राह में साथ सदा निभाए.

स्वार्थ नही स्नेह भाव ने उसको बांधा,
तुझ से ही सरस है ये जीवन सादा,
ये प्राण आधा तेरा मेराआधा.
तेरी चिंता मुझको इश्वर से ज्यादा.

अस्तित्व में तेरे अस्तित्व अपना जाने वो,
तू क्या चाहे बिन बोले पहचाने वो.
जितना अपना हैवो सब देने की ठानेवो,
डरना मत तेरे हर शत्रु को जाने वो.

हज़ारगुना प्यार दे जितना तुझे रब दे,
अपने दर्द की फ़िक्र नही वो घाव तेरे भर दे.
मुस्काए जो मन तेरा तो बेवजह वो हस दे,
जिंदगी सवारने को तेरी जीवन समर्पित कर दे.

Atul Kumar Verma
iit2012036@iiita.ac.in