बहन
जब था मैं, माँ पापा का दुलारा,
तब आई एक नन्ही सी जान,
दिया मुझे एक नया रिश्ता,
बहन हैं उसका नाम!
है खूबसूरत सा वो बंधन,
जिस में है मोहब्बत की बुनियाद,
हैं वो मेरी नन्ही परी,
कहना चाहूं उससे हर बार!
था वो बचपन सुनेहरा,
जिसमें छुपी हैं यादें बेनाम,
एक धागे से लिख दिया उसने,
मेरी ज़िंदगी पे अपना नाम!
दी उसने मुझे ऐसी यादें,
जिनके लिए हूँ मैं हमेशा कर्ज़दार,
है वो मेरी नन्ही परी,
कहना चाहूं उससे बार-बार!!
https://bcognizance.iiita.ac.in/archive/nov-15/?p=66AbhivkyaktiTanmay Binjrajka
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